Friday, April 7, 2017

प्यार में गहराई ...............

प्यार  में  गहराई  बहुत  है ।
नापने वाले ने आंसू गिराए बहुत है ।।
फिर भी नहीं भुल सकता वो प्यार को  (करना)।
जबकि  इसमें  तन्हाई  बहुत  है ।।
उससे  बिछुडे  हुए  उसे  वर्षो  हो  गए ।
फिर  भी  उसे  हर  रोज  उसकी  याद  सताती  बहुत  है ।।
उसकी  जुदाई  के  गम  ने  उसे  पागल  बना  दिया ।
जिसकी  कभी  रोने  की  आदत  नहीं  थी ।
उसे  हर  रोज  रूला  दिया।।
उसकी  चाह ने  उसको  इतना  रूला  दिया ।
बढ़ना  भुला  दिया  हँसना  भुला  दिया।
हर  पल  रूला  दिया ।।
        लेखक विरेन्द्र भारती
                8561887634

No comments:

Post a Comment

गजल एक भारती